सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

भारतीय संस्कृति से ना करें खिलवाड़


भारतीय संस्कृति विश्व  में वंदनीय अभिनंदनीय है। यहाँ की भूमि अनेकानेक ऋषि मुनियों त्यागी तपस्वियों की साधना की पवित्र स्थली रही है । समय समय अनेकानेक दिव्य अवतारी पुरुधो ने अपने दिव्य  ज्ञान से संसार को ज्ञान दिया। नर से नारायण ,पाषाण से परमात्मा, कंकर से शंकर बनने की कला यहाँ सिखाई    जाती है। यहाँ चित्र की नही चरित्र साधनो की नही साधना की पूजा आराधना की जाती है। 
यहाँ सर्वे भवन्तु सुखिन सर्वे संतु निरामया सर्वे  भृद्राणी पश्यन्तु मा कर्षएत दुख भाग भवेत की मंगल भावना भाई जाती है। सभी का मंगल हो सभी के जीवन में सुख ओर शांति का वास हो । प्राणी मात्र का कल्याण हो। अभी हाल में मध्य्प्रदेश  सरकार के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ
के द्वारा 1 अप्रेल 2020 से 6 वर्ष से लेकर 10 वर्ष तक के मासूम बच्चों एवम गर्भवती महिलाओं को आंगनबाड़ी के अंर्तगत अण्डा देने का प्रस्ताव पास किया था और महिलाओं के लिए अलग से शराब की दुकानें खोंलने का निर्णय भी पास किया था । यह भारतीय संस्कृति के साथ खिलवाड़ किया जा रहा था। जो इस भारत वसुंधरा को मंजूर नही था शायद इसीलिये उनकी सरकार ज्यादा नही चली। अब मध्यप्रदेश सरकार के नए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बन गए । अब उन भारतीय संस्कृति पर कुठाराघात करने वाली योजनाओं को आदरणीय मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कभी पास नही करना चाहिए। ऐसी मंगल भावना मेरे स्वयम पारस जैन पार्श्वमणि के ह्रदय में है । भारतीय संस्कृति शाकाहार की संस्कृति है मांसाहार की नही। चीन का कोरोना वायरस भी सम्पूर्ण विश्व की मानव जाति को करुणा का दिव्य सन्देश दे रहा है। जिन जिन राज्यो में अभी भी आँगनबाड़ी के अंतर्गत मासुम बच्चों को ओर गर्भवती महिलाओं को अण्डा दिया जा रहा है उन सब राज्यो की सरकारो को बर्ड फ्ल्यू ओर स्वाइन फ्ल्यू के खतरे को एवम कोरोना वायरस के खतरे देखते हुवे तुरंत प्रभाब से इस मांसाहारी आहार को बन्द कर देना। चाहिए। उसी प्रोटीन की मात्रा में अन्य विकल्प दे देना चाहिए।

पारस जैन " पार्श्वमणि" कोटा (राज)


टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

प्रशासन शहरों के संग अभियान "नवीन पट्टा प्रारूप" हुआ जारी

आवाज टुडे न्यूज़ जयपुर। प्रदेश में 2 अक्टूबर से लगने वाले प्रशासन शहरों के संग अभियान के लिए नगरीय विकास, आवासन एवं स्वायत्त शासन विभाग ने नवीन पट्टा प्रारूप जारी कर दिया है। इस बार अलग-अलग रंग के 6 तरह के पट्टे वितरित किए जाएंगे। राज्य सरकार ने पट्टो का प्रारूप जारी कर दिया है। ऐसे में अब स्थानीय निकाय इसी प्रारूप के अनुसार पट्टों का वितरण करेंगे।

नाग नागिन मंदिर में उमड़ी भोले के भक्तों की भीड़

आवाज़ टुडे न्यूज़ कोटा। सावन माह के छठवें सोमवार को शिव मंदिरों में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी। नाग नागिन मंदिर सहित शहर के प्रमुख शिव मंदिरों में देवाधिदेव भगवान शिव का जलाभिषेक किया गया। भोर से ही मंदिरों के बाहर लंबी कतार लग गई थी। हर हर महादेव और ऊं नम: शिवाय के उद्घोष के साथ बाबा का जलाभिषेक किया। कोटड़ी नहर के पास स्थित नाग नागिन मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी। सावन के छठवें सोमवार को देखते हुए मंदिर में भक्तों के लिए विशेष इंतजाम किए गए। प्रातः भोर होने के साथ ही भक्तों ने भगवान भोलेनाथ का दुग्ध अभिषेक किया और भजन कीर्तन कर भगवान भोले भंडारी की आराधना की। इसके बाद लगातार भक्तों के आने का सिलसिला शुरू हो गया, जो शाम तक चलता रहा। इस दौरान भक्तों ने भगवान भोले भंडारी के साथ नाग नागिन की आराधना की और अपने लिए आशीर्वाद मांगा। इस मौके पर मंदिर में भगवान भोलेनाथ का नयनाभिराम  श्रृंगार किया गया।  नाग नागिन मंदिर के पुजारी मुकुट शर्मा ने बताया कि सावन के सोमवार को भगवान भोलेनाथ की आराधना करने से विशेष फल मिलता है। इसीलिए सोमवार को बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भग...

राजस्थान रेडियोग्राफर्स एसोसिएशन के आंदोलन का हुआ आगाज