कोटा। भगवान महावीर स्वामी का संदेश "जियो और जीने दो" आउट ऑफ डेट नही बल्कि आज भी अप टू डेट है । आज सम्पूर्ण विश्व को इस चीन के कोरोना वायरस ने साबित कर के दिखला दिया ।सोचने को मजबूर कर दिया कि हम अभी नहीं जागे तो कल प्रलय निश्चित है। प्रकृति से प्राप्त विरासत का हम बहुत दोहन कर रहे हैं । अब जरूरी है इसका संवर्धन संरक्षण करना तभी मानव जीवन, मानव जाति खुशहाल जीवन जी पाएगी ।विश्व स्वास्थ्य संगठन को बहुत पहले ही इस पर कदम उठा लेना चाहिए था न जाने कब से चीन के वुहान शहर में 112 तरह के जीवो को खाया जाता था ।उन जीवो के करुण क्रंदन को प्रकृति और परमात्मा ने सुना और जब प्रकृति और परमात्मा ने सुना तो आज यह विपत्ति कोरोना के रूप में आई ।प्रकृति से प्राप्त अनमोल विरासत से खिलवाड़ करने पर ही भुखमरी, महामारी ,अतिवृष्टि अनावृष्टि ,भूकंप ,सुनामी और कोरोना जैसी विपदाएं मानव जाति पर आती है जो सम्पूर्ण मानव जीवन को यह संकेत करती है कि सभी भगवान महावीर स्वामी के सिद्धांतों को हृदय से स्वीकार करे तभी जीवन में सुख शांति आ पाएगी और हम खुशहाल जीवन जी पाएंगे।
- पारस जैन, पत्रकार, कोटा
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