- अयोध्या भेजी जाने वाली पवित्र मिट्टी का मंत्रोच्चारण से किया पूजन
आवाज टुडे@कोटा
भीमगंजमंडी स्थित श्रीराम मंदिर में सोमवार को गोस्वामी तुलसीदास जयंती धूमधाम से मनाई गई। साथ ही आगामी 5 अगस्त को श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के शिलान्यास के लिए प्रतीक स्वरूप भेजी जाने वाली "पवित्र माटी" का पंडित रामबाबू शर्मा सहित धर्म प्रेमियों द्वारा मंत्रोच्चार से पूजन किया गया। इस पावन मिट्टी को रजत पत्र में अयोध्या भिजवाया जा रहा है।
मंदिर परिसर के माधव सत्संग सभागार में श्रीराम जी की प्रार्थना का गायन कर कार्यक्रम शुभारंभ किया गया। फिर गोस्वामी तुलसीदास जी के चित्र पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्वलित किया गया। पूर्व प्राचार्य डॉ श्रीमती कल्पना शर्मा ने कहा कि गोस्वामी तुलसीदास जी का कृतित्व और व्यक्तित्व जीवन को सही दिशा देने के लिए आज के समय में भी अनुकरणीय है। अध्यक्ष ऋषि कुमार शर्मा ने कहा कि हमारे मंदिर में राम भक्त तुलसीदास जी की जयंती को पूर्ण भव्यता से बनाने की परिपाटी रही है। इस अवसर पर हम श्रीरामचरितमानस ज्ञान प्रतियोगिता का आयोजन करते हैं जिससे सभी धर्म जाति और पंथ के हजारों विद्यार्थी उत्साह पूर्वक भाग लेते हैं जिसमें श्रेष्ठ अंक प्राप्त करने वाले विजेताओं को पुरस्कृत किया जाता है। कोरोनावायरस यह कार्यक्रम इस वर्ष संभव नहीं हो पाया है। सभापति महेश वर्मा ने कहा कि तुलसीदास जी ने रामचरित मानस, दोहावली, कवितावली, गीतावली, विनय पत्रिका, जानकी मंगल जैसे लोक भाषा में रचित लगभग 39 धार्मिक ग्रंथ समाज को दिए है।मुख्य अतिथि रामऋषि रामायणी राम महाराज ने कहा कि गोस्वामी तुलसीदास जी गत 500 वर्षों से जन-जन के प्राण कवि हैं। उनके द्वारा श्री रामचरित मानस में रची गई हर चौपाई जीवन को सही मार्ग से व्यतीत करने का सच्चा माध्यम है। समारोह को डॉक्टर सुधीर उपाध्याय,महामंत्री परमानंद शर्मा ने भी संबोधित किया। इस दौरान कोरोना के तहत समस्त निर्धारित नियमों का पालन किया गया। अंत में वरिष्ठ उपाध्यक्ष भगवत प्रसाद गुप्ता ने धन्यवाद ज्ञापित किया।
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