कोविड-19 सेंपलिंग स्टाफ को हटाने और भ्रष्टाचार का मामला उजागर करने के बाद पीड़ित नर्सिंग कर्मियों को मिल रही है धमकियां
आवाज टुडे न्यूज़ कोटा।
कोविड-19 सेंपलिंग मे लगाए गए नर्सिंग कर्मियों के हटाने और नर्सिंग कर्मियों की ओर से सीएमएचओ कार्यालय में भ्रष्टाचार उजागर करने के बाद अब पीड़ित नर्सिंग कर्मियों को लगातार धमकियां मिल रही है। इसी को लेकर शनिवार को नर्सिंग कर्मियों ने जिला पुलिस अधीक्षक से मुलाकात कर उन को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में नर्सिंग कर्मियों के जानमाल के सुरक्षा की मांग की गई है।
ज्ञापन में पीड़ित नर्सिंग कर्मियों ने लिखा है कि कोविड-19 सेंपलिंग के लिए उनको निविदा पर रखा गया था। अभी कुछ समय पूर्व ही उनको मौखिक आदेश देकर हटा दिया गया। सीएमएचओ कार्यालय में चिकित्सा अधिकारी के परिजन की ओर से नर्सिंग कर्मियों को स्टाफ के रूप में रखने के लिए पैसों की मांग की जा रही थी। इसी को लेकर हटाए गए पीड़ित नर्सिंग कर्मियों ने एडवोकेट योगेंद्र मिश्रा के जरिए सहायक सेंपलिंग अधिकारी भंवर सिंह और ठेकेदार के सहायक इंद्रजीत सिंह के खिलाफ कार्रवाई के लिए लीगल नोटिस भेजा लेकिन इस पर कोई कार्रवाई नहीं होने पर पीड़ित नर्सिंग कर्मियों ने मामले की जानकारी मीडिया को दी और पैसे की मांग को लेकर किए जाने वाले भ्रष्टाचार का ऑडियो भी मीडिया को दिया।
ज्ञापन में लिखा है कि मामला उजागर होने के बाद पीड़ित नर्सिंग कर्मियों को लगातार धमकियां मिल रही है। इसी को लेकर जिला पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन दिया गया है । जिसमें नर्सिंग कर्मियों की जान और माल की सुरक्षा करने की मांग की गई है। साथ ही भ्रष्टाचार करने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई कर हटाए गए नर्सिंग कर्मियों को फिर से लगाने की मांग की गई है।
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