कोरोना के चलते सामूहिक कार्यक्रम निरस्त कर घरों में की पूजा अर्चना
कायस्थ समाज ने धर्मराज चित्रगुप्त प्राकट्य दिवस पर घरों में पूजा अर्चना कर अपने आराध्य से मंगल कामना की, वही पूर्व में घोषित सामूहिक कार्यक्रमों को निरस्त कर उनकी जगह घरों में दीपक जलाए और कलम दवात की पूजा की। इस मौके पर सभी ने घरों में स्वादिष्ट व्यंजन बनाएं और अपने आराध्य के उन का भोग लगाकर कोरोना के खत्म होने की प्रार्थना की गई।
राजस्थान कायस्थ महासभा की महिला प्रदेश उपाध्यक्ष रानी श्रीवास्तव ने बताया कि वर्तमान में कोविड-19 महामारी के दूसरे दौर में विकराल स्थिति के चलते घरों में ही धर्मराज चित्रगुप्त अवतरण दिवस मनाया। पूर्व घोषणानुसार प्रत्येक वर्ष की भांति भगवान धर्मराज चित्रगुप्त का प्राक्टय दिवस पर 501 दीपकों, भजन, महा श्रृंगार आरती को निरस्त कर गुरुवार को सांय देश-विदेश के मंदिरों भवन में पूजन सामूहिक न करके घर- घर 7-7 दीपकों सरसो के तेल, देसी घी में लगाकर, कलम दवात पूजन किया।
इस अवसर पर घरों में हवन, खीर, हलवे का प्रसाद का भोग लगाया गया व सभी आमजन हेतु स्वस्थ व दिर्घायु की कामना की गयी व शीघ्र इस बीमारी से निजात हेतु प्राथना की गयी। कार्यक्रम की पूर्व में इलेक्ट्रॉनिक बीसी कर निर्णय लिए गए। जिसमें राजस्थान कायस्थ महासभा प्रदेश पदाधिकारी ओ पी सक्सेना, प्रदेश सचिव पंकज सक्सेना, जिला अध्यक्ष विकास सक्सेना, महासचिव राजेंद्र सक्सेना, उपाध्यक्ष कामना सक्सेना, अखिल भारतीय कायस्थ महासभा 2150 प्रदेश उपाध्यक्ष विवेक सक्सेना, क्षैत्रिय कायस्थ सभा अध्यक्ष एस एम सक्सेना, सचिव ओ एन सक्सेना, कोषाध्यक्ष राजीव माथुर, राष्ट्रीय कायस्थ महापरिषद सम्भागीय उपाध्यक्ष हिमांशु रायजाद ,संयोजक प्रदीप भटनागर,प्रवक्ता जयेश माथुर का सहयोग रहा।
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