अध्यात्म विज्ञान सत्संग केंद्र जोधपुर शाखा कोटा द्वारा ब्रह्मलीन बाबा श्री गंगाई नाथ जी महायोगी का 38वां बरसी महोत्सव (समाधि दिवस) माइलस्टोन रेजिडेन्सी के पास सीन्ता स्थित केन्द्र परिसर में गुरुवार को प्रातः 11:00 बजे धूमधाम के साथ मनाया गया।
अध्यात्म विज्ञान सत्संग केंद्र जोधपुर शाखा कोटा के प्रवक्ता राजेश गौतम ने बताया कि बाबा श्री गंगाई नाथ जी महायोगी कुंडलिनी महाविज्ञान के समर्थ सद्गुरु श्री रामलाल जी सियाग के गुरु है तथा भारतीय योग दर्शन की गुरू शिष्य परम्परा से दिक्षा ग्रहण करने पश्चात समर्थ संत सदगुरू श्री रामलाल सियाग ने वर्ष 1993 मे अध्यात्म विज्ञान सत्संग केन्द्र जोधपुर की स्थापना की थी तथा तभी से संस्था द्वारा प्रति वर्ष बाबा श्री गंगाईनाथ महायोगी का समाधि दिवस की तिथि को बरसी महोत्सव आयोजित किया जाता है। बाबा श्री गंगाई नाथ जी महायोगी भारतीय योग दर्शन की नाथ परम्परा के "आई पंथी" नाथ है। तथा ईसाईयो के ईशा भी आई पंथी नाथ परंपरा से दीक्षित संत है जिन्होने ईसाईयो के आई पंथ की स्थापना कर ईसाई पंथ का प्रचार प्रसार किया था। भारतीय योग दर्शन वसुधैव कुटुम्बकम के सिद्धांत पर काम करता है तथा विश्व के समस्त मानव शरीर रूपी सुंदर ग्रंथ को पढ़ने की बात करता है चाहे वो किसी भी जाति, धर्म या देश विशेष का ही क्यो न हो? इसी कारण संजीवनी मंत्र से कुण्डलिनी जागरण के माध्यम से विश्व में धार्मिक क्रांति होगी और हमारा देश भारत पुनः विश्व गुरु पद पर आसीन होगा।
बरसी महोत्सव के कार्यक्रम का शुभारम्भ बाबा गगाईनाथ जी की तस्वीर की पूजा अर्चना के साथ हुआ। इस अवसर पर उपस्थित सैकड़ों साधको द्वारा संजीवनी मंत्र के नाम जप के साथ 15 मिनट का सामूहिक ध्यान किया गय। सामुहिक ध्यान के दौरान साधकों को कुण्डलिनी जनित आसन,बंध,मुद्राये, प्राणायाम आदि यौगिक क्रियाये स्वतः ही होने लगी।
सामुहिक ध्यान के कार्यक्रम पश्चात साधको ने पंक्तिबद्ध होकर बाबा श्री गंगाईनाथ महायोगी एंव समर्थ सदगुरु रामलाल सियाग के आसन पर स्थित आदमकद तस्वीरों के दर्शन कर चरण वंदना की तथा विश्व कल्याण की भावना से ओतप्रोत होकर विश्व मे शांति स्थापना की प्रार्थना की। इसके पश्चात संस्था द्वारा आयोजित भडारे मे भोजन प्रसादी भी ग्रहण की। दिन भर केन्द्र पर श्रद्धालुओ का तांता लगा रहा।
कार्यक्रम के अन्त मे कोटा शाखा के व्यवस्थापक गंगाराम साहरण ने सभी आगन्तुको का धन्यवाद ज्ञापित करते हुये आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन इंजिनियर खुशहाल बावा ने किया।
इस अवसर पर नरेंद्र शर्मा पंडित, चौथमल गौड़, रामगोपाल राणा,सन्मति जैन, राकेश खंडेलवाल, दिलीप पुरुषवानी, सुरेश शर्मा योगी, छीतरमल बटेसर, सुरेश चौधरी, बी एल सुमन, बृज सुंदर नामा,श्याम सुंदर शर्मा, नकुल देव, राजेश गौतम, चिराग शर्मा, अनिल अरोड़ा, सी पी गोयल, जसवीर चौधरी, दीपक खूबचन्दानीआदि विशेष रूप से उपस्थित थे।
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