श्री राधाकृष्ण मंदिर तलवंडी में शीतलहर को देखते हुए ठाकुर श्री के पहनावे और खान-पान में विशेष बदलाव किया गया है। प्रातः कालीन दूध के साथ सूखे मेवों का भोग दोपहर की प्रसादी में पराठे के साथ साथ अलग-अलग प्रकार के हलवा का भोग लगाया जाता है।
प्रवक्ता रवि अग्रवाल ने बताया कि ठाकुर जी के दिन में 12:00 से 4:30 तक विश्राम करने के बाद मौसम के अनुसार फल आदि का एवं रात्रि को 9:00 बजे दूध के साथ तिल आदि से बनी हुई गजक और लड्डू का भोग लगाया जाता है।
शीत मौसम के अनुसार पहनावे में भी भारी बदलाव किया जाता है। ठाकुर श्री राधाकृष्ण भगवान को सभी देवी- देवताओं के साथ भारी मखमल एवं सुनील आदि के वस्त्र धारण किए जाते हैं, तथा रात्रि को जयपुर की विशेष गर्म रजाई धारण की जाती है। रात्रि को 9:30 बजे ठाकुर श्री अपनी प्रेयसी के संग श्यन को चले जाते हैं।
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें